वैसे तो सरसों का तेल का इस्तेमाल भारत में खाना बनाने के लिए किया जाता है, ये तेल खाने को स्वादिष्ट तो बनाता ही है इसके साथ ही ये हमारी सेहत और स्किन के लिए भी बहुत लाभदायक है। ये सरसों के बीजों से निकाला जाता है और इसका रंग गहरा पीला और स्वाद में तीखा होता है, इसका इस्तेमाल खाना बनाने और मालिश के रूप में किया जाता है। इस तेल के इस्तेमाल के कुछ और फायदे इस प्रकार है –
- दिल की बीमारी के लिए उपयोगी – इस तेल में Omega-3 और Omega-6 फैटी एसिड के साथ Monounsaturated और Polyunsaturated Fat भरपूर मात्रा में पाया जाता है। ये एसिड अच्छे कोलेस्ट्रॉल (HDL) को बढ़ाते हैं और खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) को कम करते हैं, जिससे दिल से संबंधित रोगों का खतरा कम हो जाता है।
- कैंसर के खतरे को कम कर सकता है – सरसों के तेल के इस्तेमाल से कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी ठीक करने में मदद करती है। इसमें मौजूद Glucosinolate जो अपने Anti-Carcinogenic गुणों के कारण कैंसर के Tumours के गठन को बढ़ाने वाले जीन को दबा देती है और गठन को बढ़ने से रोकती है। इसमें मौजूद Phytonutrients कोलोरेक्टल और Gastrointestinal कैंसर से बचाने में मदद करते हैं।
- अस्थमा के मरीजों के लिए फायदेमंद है – सरसों के तेल का उपयोग लंबे समय से करने से अस्थमा और साइनसाइटिस जैसे रोगों से छुटकारा पाया जा सकता है।
- सर्दी और खांसी से बचाता है – सरसों के तेल के इस्तेमाल से खांसी और सर्दी की समस्या को दूर किया जा सकता है, ये एक प्राकृतिक उपचार है क्योंकि यह Congestion को साफ करने में मदद करता है।इसके इस्तेमाल के लिए इसे कपूर के साथ मिलाकर छाती पर लगा लेना चाहिए और फिर भाप लेनी चाहिए , इसके इस्तेमाल से सर्दी और खांसी से राहत मिलती है।
- यह भूख बढ़ाता है – सरसों का तेल पेट में Gastric जूस को उत्तेजित करता है और Intestinal Lining पर काम करके भूख बढ़ाता है। इसे खाना पकाने में उपयोग किया जाना चाहिए इसके सेवन से उन लोगों की भूख बढ़ जाती है जिन्हे भूख कम लगती है। इसलिए खाना पकाते समय इस तेल का उपयोग करना चाहिए।
- यह पाचन में सहायता करता है – सरसों के तेल का खाने में इस्तेमाल करने से हमारी पाचन तंत्र प्रणाली भी दरुस्त रहती है, इस तेल में तीखापन होने कारण Excretory System सही रूप में काम करता है और ये हमारे पाचन तंत्र को स्ट्रांग बनाने में मदद करता है।
- यह दर्द को दूर करने में मदद करता है – सरसों के तेल से मालिश करने से गठिया और गठिया के दर्द से छुटकारा पाया जा सकता है। सरसों के तेल में एंटीसेप्टिक गुण होने के कारण ये दर्द और सूजन को ठीक करने में मदद करता है। इसका इस्तेमाल करने के लिए इसे पहले थोड़ा सा गर्म करके अपनी मोच वाली जगह या अन्य जोड़ों के दर्द पर मालिश करनी चाहिए इसके इस्तेमाल से सूजन और दर्द से आराम मिलता है।
- यह यूरिन इन्फेक्शन से बचाता है – सरसों के तेल के नियमित रूप से सेवन करने से यूरिन इन्फेक्शन की समस्या को दूर किया जा सकता है। सरसों के तेल में एंटीसेप्टिक और एन्टीबैक्टेरिअल गुण होने के कारण ये पेट की परत में सूजन को कम करने में मदद करता है, जिससे आंत में इन्फेशन होने से बच जाता है और इसके अलावा यह आंतों, Urinary Tract और Colon में बैक्टीरिया के संक्रमण से भी बचाता है।
- यह त्वचा को स्वस्थ रखता है – सरसों के तेल को खाने से स्वस्थ ठीक रहता है इसके अलावा ये हमारी स्किन के लिए भी उपयोगी है। इसमें Antibacterial और Antifungal गुण होते हैं जोकि प्राकृतिक रूप से हमारी स्किन के दाग धब्बों को दूर करने और संक्रमण को दूर करने में मदद करते है और इससे मालिश करने से स्किन में Glow आता है। इसलिए सरसो के तेल का नियमित रूप से उपयोग करना चाहिए।
- यह दांतो के लिए उपयोगी है – सरसों का तेल दांतों के बहुत ही उपयोगी है इसके इस्तेमाल के लिए हमें सरसों के तेल में नींबू की बूंदों और थोड़े से नमक के साथ मिलाकर अपने दांतों पर ब्रश करना चाहिए इससे हमारे दांत चमकदार और मजबूत हो जाते है।
तो हम कह सकते है कि सरसों का तेल हमारे स्वस्थ के लिए बहुत ही उपयोगी है, इसका प्रयोग खाना बनाने और शरीर पर मालिश के रूप में किया जाता है, इस तेल से मालिश करने से हमारी हड्डियां मजबूत और स्वस्थ होती है और इसके अलावा ये हर प्रकार के दर्द को दूर करने में और आराम देने में मदद करती है।