रिकेट्स रोग एक भयानक रोग है, ये रोग ज्यादातर बच्चों में होता है, लगभग दो या तीन साल के बच्चे पर इस बीमारी का बहुत प्रभाव पड़ता है। ये रोग विटामिन डी कि कमी के कारण होता है। इस बीमारी में बच्चों कि हड्डिया कमजोर हो जाती है, उनका पाचन तंत्र सही से काम नहीं करता ,स्किन पर झुरियां पड़ने लगती है, इस बीमारी को ठीक करने के कुछ घरेलू उपाय इस प्रकार है –
- टमाटर के सेवन से – इसके लिए बच्चे को कच्चे लाल टमाटर का रस एक महीने तक रोजाना पिलाने से सूखा रोग (रिकेट्स) में आराम आता है और बच्चा सेहतमंद और अच्छा हो जाता है।सूखा रोग में टमाटर का सेवन बच्चों के लिए बहुत ही लाभकारी है।
- अंगूर का सेवन – अंगूर का रस के सेवन से रिकेट्स कि समस्या को दूर किया जा सकता है इसलिए जितना ज्यादा हो सके बच्चे को अंगूर का रस पिलाना चाहिए, ये बहुत ही लाभकारी है। इसके आलावा अंगूर के रस को टमाटर के रस के साथ मिलाकर पिलाने से भी बच्चा सेहतमंद और तन्दुरुस्त होता है।
- बादाम का सेवन – रात को सोने से पहले तीन बादाम भिगो दें और सुबह उसे पीसकर दूध में मिलाकर बच्चे को पिलाने से सूखा रोग (रिकेट्स) ठीक हो जाता है।
- अमचूर का सेवन – इसके लिए अमचूर को भिगोकर उसमें शहद मिलाकर रोजाना दो बार बच्चे को चटाने से सूखा रोग में आराम मिलता है।
- बैंगन के सेवन से – इसके लिए बैंगन को अच्छी तरह से पीसकर उसका रस निकालकर उसके अंदर थोड़ा सा सेंधानमक मिलाकर फिर इसके एक चम्मच रस को रोजाना दोपहर के भोजन के बाद कुछ दिनों तक बच्चे को पिलाने से सूखा रोग (रिकेट्स) में आराम मिलता है। इसके आलावा चने की रोटी के साथ लंबे वाले बैगन की सब्जी बनाकर खाने से बहुत आराम मिलता है।
- नागरमोथा का सेवन – इसके लिए नागरमोथा, पीपल, अतीस और काकड़ासिंगी को बराबर मात्रा में लेकर पीसकर पाउडर बना लें। फिर एक चुटकी चूर्ण में शहद मिलाकर बच्चे को चटाने से बुखार, अतिसार (दस्त), खांसी तथा सूखा रोग (रिकेट्स) दूर हो जाता है।
- अपामार्ग और दही – इसके लिए दो रत्ती अपामार्ग का क्षार दही में मिलाकर बच्चे को खिलाने से (सूखा रोग का देसी इलाज) रोग से काफी राहत मिलती है।
- मकोय और कपूर – इसके लिए एक चम्मच मकोय के पत्ते के रस में दो रत्ती कपूर मिला कर दिन भर में 2 बार बच्चों को चटाने से इस रोग में आराम मिलता है।
- पीपल और सौंफ – इसके लिए सौंफ के अर्क में छोटी पीपल को घिसकर बच्चे को चटाने से उसकी पाचन तंत्र प्रणाली मजबूत और सही होती है।
- जामुन और सिरका – इसके लिए एक चम्मच जामुन के रस को आधा चम्मच सिरके में मिलाकर बच्चे को दिन में चार बार पिलाने बच्चे को बहुत आराम मिलता है।इसके सेवन से सूखे कि बीमारी दूर होती है।
- अजवायन का सेवन – इसके लिए अजवायन, चीता, यवक्षार, पीपरामूल, दंती की जड़ एवं छोटी पीपल इन सबको 5-5 ग्राम की मात्रा में लेकर पीस लें| इसमें से चार रत्ती चूर्ण दही के पानी के साथ मिलाकर खाने से इस रोग से राहत मिलती है।
- पपीता का सेवन – इसके लिए अपने बच्चे को रोजाना दिन भर में 2 बार पपीते का रस 2-2 चम्मच पिलाना बहुत फायदेमंद होता है,इसके सेवन से सूखे के रोग को दूर किया जा सकता है।
तो हम कह सकता है कि इन घरेलू उपायों की मदद से रिकेट्स के रोग को दूर किया जा सकता है। इसके आलावा हमें बच्चों को पौष्टिक आहार देना चाहिए, छोटे बच्चे केवल माँ का दूध पीते है पर कई बार उन्हें भरपूर पोषण नहीं मिल पाता। बच्चों को विटामिन डी और कैल्शियम भरपूर मात्रा में देनी चाहिए।