Paralysis एक घातक बीमारी है, ये एक वायु रोग है, इस बीमारी में व्यक्ति के प्रभावित अंगों में शरीरक गतिविधि, सुनने, बोलने, महसूस करने कि क्षमता खत्म हो जाती है, वे व्यक्ति अपने आप कुछ नहीं कर पाता, उसे दूसरों के सहारे की जरूरत होती है। इस बीमारी के होने का कारण नशीली चीजों का सेवन, आलस्य और अनियमित जीवनशैली या इसके बिपरीत बिज़ी लाइफ, तनाव आदि होते है। इस बीमारी से बचने के कुछ घरेलू उपाय इस प्रकार है –
- दूध और छुहारे – इसके लिए दूध में छुहारे को उबालकर या इसे दूध में भिगोकर सेवन करने से Paralysis की समस्या को दूर किया जा सकता है, कुछ दिनों तक इसका सेवन करने से इस बीमारी में फायदेमंद होता है।
- उड़द दाल और सोंठ के सेवन से – इसके लिए उड़द दाल के पानी में थोड़ी से सोंठ मिलाकर गर्म करके सेवन करने से पैरालिसिस की समस्या को कुछ हद तक ठीक किया जा सकता है।
- फ्रूट्स जूस का सेवन – फ्रूट्स में कई प्रकार के नुट्रिएंट्स होते है जो हमारे शरीर को शक्ति देते है, इसलिए नाशपाती,सेब,और अंगूर के जूस की समान मात्रा एक गिलास में मिलाकर पीने से लकवा को ठीक करने में मदद करता है इसके सेवन हर रोज करना चाहिए।
- काली मिर्च और घी – इसके लिए हर रोज एक चम्मच काली मिर्च और तीन चम्मच देसी घी मिलाकर प्रभावित जगह ये लेप लगाने से या मालिश करने से पैरालिसिस बहुत हद तक ठीक होने लगता है।
- करेले का सेवन – करेले में एंटीऑक्सीडेंट गुण होते है जो पैरालिसिस की समस्या को ठीक करने में मदद करते है, इसके लिए इसके जूस का सेवन हर रोज करना चाहिए इसके सेवन से जल्दी आराम मिलता है।
- प्याज का सेवन – प्याज में भी रोग-प्रतिरोधक शक्ति होती है जो हमारे शरीर की कोशिकाओं को शक्ति देती है और पैरालिसिस की समस्या को दूर करने में मदद करती है, इसके लिए इसके रस का सेवन करना चाहिए या उसे कच्चा भी खा सकते है।
- लहसुन और मक्खन का सेवन – इसके लिए लहसुन की कलियों को पीसकर उसमें मक्खन मिलाकर खाने से भी पैरालिसिस की समस्या को कम किया जा सकता है। लहसुन में किसी भी बीमारी को ठीक करने के गुण होते ही है, साथ में मखन के सेवन से भी बहुत आराम मिलता है।
- तुलसी और दही का सेवन – इसके लिए दही में तुलसी के पत्तों और सेंधा नमक मिलाकर सेवन करने से Paralysis की बीमारी को ठीक किया जा सकता है, तुलसी के पत्तों का रोजाना सेवन करने से इस बीमारी ठीक किया जा सकता है। इसके अलावा तुलसी के पत्ते,सेंधा नमक और दही को मिलाकर पेस्ट बनाकर प्रभावित जगह पर इसका लेप लगाने से आराम मिलता है। इसके अलावा तुलसी के पत्तों को पानी में उबालकर पीने से भी राहत मिलती है।
- तेल की मालिश से – इसके लिए सरसों के तेल में कुछ लहसुन की कलियों के रस को मिलकर अच्छे से भून ले या गर्म कर, फिर इस तेल से प्रभावित जगह पर मालिश करने से पैरालिसिस की समस्या को दूर किया जा सकता है।
- हल्दी और दूध का सेवन – लकवा की बीमारी में दूध में हल्दी मिलाकर सेवन करने से इससे छुटकारा पाया जा सकता है, इसके लिए हर रोज एक गिलास दूध में हल्दी डालकर पीने आराम मिलता है।
- आंवले का सेवन – आंवले में रोग -प्रतिरोधक गुण होते, इसका सेवन करने से पैरालिसिस को ठीक किया जा सकता है, इसके लिए आंवला जूस में एक चम्मच शहद मिलाकर पीने से आराम मिलता है और इसे हर रोज अमला को कच्चा खाने से भी इस बीमारी को जल्दी से ठीक करने में मदद मिलती है। हमें आंवले को किसी भी रूप में खाना चाहिए ये शरीर के लिए फायदेमंद है।
- गर्म चीजों का सेवन – पैरालिसिस के रोगी को गर्म चीजों का सेवन करना चाहिए जैसे गाय या बकरी का दूध व घी, पुराना चावल, गेहूं, तिल, परवल, सहिजन की फली, लहसुन, उड़द या मूंग की दाल, पका अनार, खजूर, मुनक्का, अंजीर, आम, फालसा आदि का सेवन करना, गर्म तेल से मालिश करना और गर्म जल से नहाना व गर्म पानी पीना बहुत ही फायदेमंद है।
- गिलोय का सेवन – इसके लिए गिलोय को पानी में उबालकर पीने से बहुत आराम मिलता है, इसके इलावा गिलोय को पानी में उबलते समय उसमे उसमे तुलसी के पत्ते, अश्वगंधा, आदि मिलाकर काढ़ा बनाकर पीने से बहुत जल्दी आराम मिलता है, गिलोय में औषधिये गुण होते है जो लकवा को ठीक करने में मदद करते है।
- योग और व्यायाम – हमें रोज जितना हो सके योग और व्यायाम करना चाहिए, या फिर मेडिटेशन करने से भी इस बीमारी को कंट्रोल में किया जा सकता है, इसके अलावा संतुलित आहार इस लकवा की बीमारी में गर्म चीजों का सेवन अधिक करना चाहिए, सब्जियों और फलों का जूस पीना चाहिए।
तो हम कह सकते है कि इन घरेलू उपायों की मदद से पैरालिसिस को कुछ हद तक ठीक कर सकते है, इन उपायों के इलावा हमे खान-पान पर भी विशेष ध्यान देना चाहिए, नियमित रूप से फलों के जूस और सब्जियों के सुप का सेवन करना चाहिए, इससे लकवा की समस्या दूर हो जाएगी। शरीर के प्रभावित जगह परगर्म तेल से मालिश करने से खून का संचार बढ़ने लगता है।