गला बैठना एक आम समस्या है और ये समस्या अकसर बदलते मौसम के कारण लोगों को परेशान करती है। इस समस्या के कारण व्यक्ति को खाना निगलने में तकलीफ होती है और आवाज भी बदल जाती है,इसके कारण खांसी, बंद नाक और बोलने में भी परेशानी होती है। ठंडा-गर्म खाने के कारण भी ये समस्या हो सकती है गला बैठने की समस्या को इन कुछ घरेलू उपाय की मदद से दूर कर सकते है –
- अदरक (GINGER) – गला बैठने की समस्या को ठीक करने के लिए अदरक का सेवन करना चाहिए, अदरक को पीस कर उसमें नमक या नींबू लगाकर मुंह में डाल लें फिर इसे धीरे-धीरे चबाते रहने से गला ठीक हो जायेगा। इसके अलावा अदरक को पकाकर उसमे शहद मिलाकर भी इसका सेवन कर सकते हैं, इसके सेवन से गला बैठने की समस्या ठीक हो जाती है। इसके अलावा अदरक की चाय पीने से भी बहुत आराम मिलता है।
- नमक के पानी से गरारे (GARGLE WITH SALT WATER) – गले के किसी भी प्रकार की समस्या को दूर करने के लिए नमक के पानी से गरारे करना चाहिए। नमक में एंटीसेप्टिक गुण (Antiseptic Properties) होते हैं, जो इंफेक्शन को कम करने में मदद करते है। नमक के पानी से गरारे करने से गला साफ होता है।
- काली मिर्च (BLACK PEPPER) – गला बैठने की समस्या में काली मिर्च का सेवन करना बहुत ही लाभदायक होता है। यह इंफेक्शन से लड़ने में मदद करती है। इसलिए गला बैठने की समस्या होने पर दो-तीन दिन तक काली मिर्च का सेवन करने से जल्दी ही इस समस्या को ठीक किया जा सकता है। इसके लिए काली मिर्च को शहद के साथ ले सकते हैंया फिर काली मिर्च का काढ़ा या चाय भी बनाकर पी सकते हैं। काली मिर्च के सेवन से गले की सूजन, जलन और दर्द को शांत करने में भी मदद मिलती है।
- स्टीम थेरेपी (STEAM THERAPY) – स्टीम लेने से गले का संक्रमण कम करने में मदद मिलती है। इसके लिए एक बर्तन में पानी गर्म करें, सिर को तैलिया से ढकें और फिर भाप लेनी चाहिए, इससे इस समस्या में काफी आराम मिलता है। इसके लिए दिन में दो बार भाप ले सकते हैं स्टीम लेने से गले के कई तरह के रोग दूर होते हैं। यह गले में जमे बलगम को भी बाहर निकालने में मदद करता है और गले के इंफेक्शन को कम करने में भी मदद करता है।
- तेजपत्ता (BAY LEAF) – तेजपत्ते की चाय पीने से गले के रोगों को भी दूर करने में मदद मिलती है। गला बैठने की समस्या को ठीक करने के लिए तेजपत्ते की चाय पी सकते हैं, इसके सेवन से इस समस्या को ठीक करने में बहुत मदद मिलती है। तेजपत्ते की तासीर गर्म होती है, इसके सेवन से गले का सारा बलगम बाहर निकल जाता है और साथ ही यह इंफेक्शन भी कम करने में मदद करता है। इसक अलावा चाहें तो तेजपत्ते का सेवन सब्जी या दाल में डालकर भी कर सकते हैं।
- लहसुन (GARLIC) – लहसुन के सेवन से गले की खराश कीसमस्या को दूर किया जा सकता है। लहसुन में एलीसिन नामक तत्व होता है, जो बैक्टीरिया या इंफेक्शन को खत्म करने में मददगार होता है। ऐसे में अगर गले में दर्द है या आवाज बदली है तो लहसुन की कली का सेवन करना चाहिए। दिन में 2-3 कली के सेवन से इस समस्या में काफी हद तक दूर किया जा सकता है। चाहें तो सब्जी या दाल में भी लहसुन का सेवन किया जा सकता है।
- शहद (HONEY) – शहद के सेवन से गला बैठने की समस्या को दूर किया जा सकता है। शहद में एंटीबायोटिक के गुण होते है जो गले के संक्रमण और बैक्टीरिया को खत्म करने में मदद करता है। गला बैठने की समस्या को ठीक करने के लिए शहद को गर्म पानी में ले सकते हैं। नियमित रूप से इसका सेवन करना चाहिए।
- सेब का सिरका (APPLE VINEGAR) – गला बैठने पर होने वाले दर्द को शांत करने के लिए सेब के सिरके का सेवन कर सकते हैं। अगर गले में दर्द, सूजन या जलन की समस्या हो तो इसका सेवन करना चाहिए। इसमें एंटीमाइक्रोबियल गुण होते हैं, जो गले में हो रहे इंफेक्शन को कम करने में मदद करते हैं। इसके लिए एक गिलास गुनगुने पानी में एक छोटा चम्मच सेब का सिरका डालकर उसे पी सकते हैं, इसे दिन में 4-5 बार पी सकते हैं। इसके सेवन से जल्दी ही गला बैठने की समस्या को ठीक किया जा सकता है।
- दालचीनी (CINNAMON) – गला बैठने की समस्या को दूर करने के लिए दालचीनी का उपयोग कर सकते हैं। दालचीनी में कई ऐसे पोषक तत्व होते हैं, जो श्वसन तंत्र से जुड़े रोगों को दूर करने में मदद करते है। दालचीनी में सूजनरोधी और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं, जो गले में हो रहे इंफेक्शन या संक्रमण को कम करने में मदद करते हैं। इसके लिए एक छोटा चम्मच दालचीनी पाउडर को शहद के साथ लेने से इस समस्या को ठीक किया जा सकता है।
तो हम कह सकते है कि इन घरेलू उपायों की मदद से हम गला बैठने की समस्या ऐ छुटकारा पा सकते है। इसके लिए हमें अपने खाने-पीने पर भी ध्यान देना चाहिए, हमें ना तो अधिक गर्म या अधिक ठंडी चींजों का सेवन करना चाहिए। गला साफ़ रखने के लिए हमें गुनगुने पानी का सेवन करना चाहिए।