Dementia की बीमारी में व्यक्ति मानसिक रूप से कमजोर हो जाता है। वैसे तो आम तोर पर हम भी कुछ न कुछ भूल ही जाते है, पर अगर हम समय से इसका इलाज नहीं करते तो आगे जाकर ये बीमारी Dementia का रूप ले लेती है जिससे व्यक्ति को बहुत मुश्किल का सामना करना पड़ता है जैसेकि उसके व्यक्तित्व में बल्दाव, बोलने में दिक्कत होना, सामाजिक तौर-तरीके भूल जाना, चलने या संतुलन में दिक्कत, लोगों से कटे कटे रहना, आदि। इस समस्या को दूर करने के कुछ घरेलू उपाय इस प्रकार है-
- अश्वगन्धा का सेवन- इसके लिए बीमार व्यक्ति को अश्वगन्धा के पाउडर को दूध में मिलाकर और उसमे घी डालकर दें, इससे व्यक्ति की पाचन क्षमता दरुस्त रहती है और इसके सेवन से रोगी की बीमारी को कम किया जा सकता है।
- तेल मालिश के इस्तेमाल से – इसके लिए स्नान से पहले हर रोज तेल मालिश करने से डिमेंशिया की समस्या को दूर किया जा सकता है।
- जड़ी बूटियों के सेवन से – इसके लिए अनेक प्रकार की आयुर्वेदिक जड़ी -बूटिओं जैसेकि ब्राह्मी, अश्वगंधा (ashwagandha) आदि से बने शांतिदायक टॉनिक व दवा, डिमेंशिया के इलाज मदद करते हैं।
- हल्दी व बादाम का इस्तेमाल – इसके लिए हर रोज रात को सोने से पहले गर्म दूध में हल्दी मिलाकर पीने से बहुत आराम मिलता है। हल्दी (Ayurvedic Treatment for dementia) में मौजूद करक्यूमिन तत्व अच्छा एंटीऑक्सीडेंट्स होता है। रोजाना भोजन में इसके इस्तेमाल से दिमाग को ताकत मिलती है। यह दिमाग की क्षतिग्रस्त कोशिकाओं को ठीक करती है। इसके इलावा बादाम भी ब्रेन के लिए हेल्दी फूड है। इसमें मौजूद विटामिन-ई याददाश्त बढ़ाने में सहायक है।
- शंखपुष्पी का इस्तेमाल – शंखपुष्पी (Ayurvedic Treatment for dementia) एक बहुत अच्छा ब्रेन टॉनिक है । इसके खास तत्व दिमागी कोशिकाओं को सक्रिय कर भूलने की समस्या दूर करते हैं। इसलिए 3-6 ग्राम चूर्ण को रोज दूध के साथपीने से इस बीमारी से जल्दी राहत मिलती है।
- तिल का तेल का इस्तेमाल – आयुर्वेद (Ayurvedic Treatment for dementia) में तिल के तेल का प्रयोग याददाश्त बढ़ाने में उपयोगी है।इसके लिए तिल के तेल को गुनगुना गर्म करके उसकी 3-3 बूंदें अपने नाक के दोनों नथुनों में डालनी चाहिए और सिर व पैरों के तलवों की मालिश करने के अलावा इस तेल को भोजन में प्रयोग करने से बहुत आराम मिलता है।
- व्यायाम – नियमित रूप से व्यायाम करने और नियमित रूप से पौष्टिक खाना खाने से दिमागी हालत को सुधारा जा सकता है, इसलिए नियमित रूप से व्यायाम करना चाहिए।
- भरपूर नींद लें – इसके लिए नींद का पूरा होना बहुत जरूरी है और कैफीन का कम से कम सेवन करना चाहिए। इसके अलावा, दिन में सात से आठ घंटे की नींद लेनी चाहिए।
- संतुलित जीवनशैली – इसके लिए जो आपको पसंद है वो चीजें करनी चाहिए, जैसेकि अपनी दैनिक गतिविधियों के अलावा, नाचना, पेंटिंग करना, खाना बनाना, गाना और कुछ भी जिसे आप पसंद करते हैं, वो सब करना चाहिए। ऐसा करने से दिमाग एक्टिव रहता है।
- कैलैंडर रखना – कैलैंडर रखने से आने वाले इवेंट्स को याद रखने में मदद मिलेगी और साथ ही अपना रुटीन और दवा लेना का समय भी याद रहेगा।
तो हम सकते है क डेमेन्शिअ की बीमारी को ठीक करने के हमेंसमय पर ही इसका इलाज करना शुरू कर देना चाहिए इसके इलावा हमें नियमित रूप से अपने खान-पान और जीवनशैली पर देना देना चाहिए अपनी पसंद की कोई भी एक्टिविटी करनी चाहिए।