संत रविदास के दोहे Post category:संत रविदास/सुविचार Post comments:0 Comments करम बंधन में बन्ध रहियो, फल की ना तज्जियो आसकर्म मानुष का धर्म है, सत् भाखै रविदास || Continue Readingसंत रविदास के दोहे