एनोरेक्सिया एक ऐसी बीमारी है जिसमे व्यक्ति को खाना खाने में रूचि नहीं होती या भूख नहीं लगती ,ये एक प्रकार का फोबिआ होता है जिसमे वे डरता रहता है कि कहीं अधिक खाने से वह मोटा न हो जाये, पर वे इस बात को अनदेखा कर देता है सही से खाना न खाने से इसका सीधा असर उसके स्वास्थ्य पर पड़ता है।
एनोरेक्सिया ऐसी मानसिक बीमारी है, जिसमें व्यक्ति अपने वजन को लेकर जरूरत से ज्यादा संजीदा हो जाता है। ऐसे लोग वजन कम करने के लिए डाइटिंग और एक्सरसाइज का सहारा लेते हैं। हर समय इस डर के कारण कि भरपेट भोजन करने से वे मोटे न हो जाये, जिसके कारण उनका खानपान अनियमित हो जाता है और इससे उनकी सेहत पर बुरा असर पड़ता है इससे शरीर अंदर से कमजोर होने लगटी है।
इससे पीड़ित लोगों को आमतौर पर इस बात का एहसास नहीं होता कि उन्हें कोई समस्या है, इसलिए उनका इलाज थोड़ा कठिन हो जाता है। इस बीमारी कोठीक करने के कुछ घरेलू उपाय इस प्रकार है –
- लहसुन का सेवन – लहसुन के सेवन से एनोरेक्सिया की समस्या को दूर किया जा सकता है, यह एक प्राकृतिक भूख उत्तेजक के रूप में कार्य करता है। इसके अलावा, इसके रस के सेवन पाचन तंत्र सही रहता है। इसके सेवन के लिए हमें एक कप पानी में 3 से 4 बारीक कटे लहसुन की कली मिलाकर, कुछ मिनट के लिए उबाल लें, फिर इस मिश्रण को छानकर इसमें दो बड़े चम्मच नींबू का रस और चुटकी भर सेंधा नमक मिलाक्र सेवन करने से आराम मिलता है। इस मिश्रण का सेवन दिन में दो बार करें।
- अदरक का सेवन – अदरक के सेवन से भी एनोरेक्सिया की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है। यह भूख को बढ़ाने में मदद करता है, जिससे आप चाह कर भी अपना भोजन छोड़ नहीं पाते। इसके अलावा यह पाचन तंत्र को सही रखता है और तनाव और चिंता को कम करने में भी मदद करता हैं। इसके लिए आधा चम्मच बारीक कटा हुआ अदरक लेकर उसमें सेंधा नमक की एक चुटकी मिलाकर सेवन करना चाहिए ,इसे अपना खाना खाने से 30 मिनट पहले रोजाना ले सकते है, इसके अलावा अदरक की चाय भी ले सकते हैं।
- संतरे के सेवन से – इसके लिए ताजे फल जैसे संतरे के सेवन से भी भूख को बढ़ाया जा सकता है और ये एनोरेक्सिया की समस्या को दूर करने में मदद करता है। संतरे के सेवन से पाचन तंत्र सही रहता है। इसके अलावा संतरे और संतरे के छिलकों की खुशबु से तंत्रिकाओं को शांत करने और तनाव दूर करने में मदद मिलती है। इसलिए संतरे खाने या एक गिलास ताजे संतरे का जूस दिन में कई बार पीने से भूख बढ़ाने में मदद मिलती है।
- मिंट का सेवन – मिंट के सेवन से भूख बढ़ाने में मदद मिलती है, इसलिए इसके सेवन से एनोरेक्सिया को ठीक किया जा सकता है। इसके अलावा, यह भावनात्मक तनाव को दूर करने में मदद करता है। इसके लिए हर सुबह दो चम्मच ताजा मिंट के रस का सेवन करने से बहुत फायदा होता है, इसके अलावा, नियमित रूप से मिंट टी पी सकते है।
- लेमन बाम टी का सेवन – लेमन बाम के सेवन से एनोरेक्सिया की समस्या को दूर किया जा सकता है। इसके सेवन से पाचन तंत्र सही रहता है और यह भूख बढ़ाने, चिंता और तनाव को कम करने और नींद को बढ़ाने में मदद करता है।इस चाय को बनाने के लिए एक कप गर्म पानी में एक चम्मच सूखे हुए लेमन बाम को मिलाये और फिर इसे 5 से 10 मिनट के लिए कवर करके रख दें। कुछ सप्ताह लेमन बाम टी के सेवन से इस समस्या से राहत मिल जाती है।
- हर्बल चाय का सेवन – हर्बल चाय के सेवन से भूख बढ़ाने और खाने में रुचि में सुधार करने में मदद मिलती हैं। इसके लिए एक कप ताजा हर्बल चाय जैसे ग्रीन, कैमोमाइल, तेजपात या अजवायन के फूल से बनी चाय थकान, तनाव और चिंता को दूर करने में मदद करती है। इसके अलावा इसके सेवन से मानसिक अवस्था में सुधार करने और हाइड्रेटेड और सक्रिय बनाय रखती हैं।
- योग और व्यायाम करने से – व्यायाम और योग से एनोरेक्सिया के भावनात्मक कारणों को दूर करने में मदद मिलती हैं। इसलिए नियमित रूप से योगा व्यायाम करना चाहिए ये एनोरेक्सिया के उपचार में सहायक होते हैं जैसे ताड़ासन, उत्कट कोनासन, मलासना, कपोतसना आदि।
- सेब के सेवन से – सेब के सेवन से भी भूख को बढ़ाने में और एनोरेक्सिया की समस्या को दूर करने में मदद मिलती है। इसके लिए हर रोज सेब खाना चाहिए या इसका जूस भी पी सकते है।
- अजवाइन के सेवन से – अजवाइन के सेवन से भी एनोरेक्सिया की समस्या को दूर किया जा सकता है, अपना खाना खाने के बाद एक छोटी चमच अजवाइन के सेवन से पाचन तंत्र सही रहता है।
- हींग के सेवन से – इसके लिए अपने खाना बनाते समय हींग का इस्तेमाल करना चाहिए, हींग के सेवन से भी एनोरेक्सिया की समस्या को दूर किया जा सकता है और इसके सेवन से भूख को बढ़ाया जा सकता है।
तो हम कह सकते है कि इन घरेलू उपायों कि मदद से हम एनोरेक्सिया कि समस्या से छुटकारा पा सकते है, इसके अलावा हमे अधिक मात्रा में पानी या फ्लो के जूस का सेवन करना चाहिए क्योंकि इनके सेवन से पाचन तंत्र सही रहता है और भूख भी बढ़ती है। हमे नियमित रूप से संतुलित आहार और नियमित रूप से व्यायाम और योग करनी चाहिए, इससे हमारा स्वस्थ भी ठीक रहता है।