आजकल की भागदोड़ भरी जिंदगी और अधिक काम के बोझ के कारण लोगों में तनाव बढ़ जाता है ,जिसके कारण धीरे -धीरे ये एक बढ़ी बीमारी का रूप ले लेती है जिसे लोगों में मानसिक रोग या डिप्रेशन की समस्या होने लगती है। कई बार ये छोटे बच्चों को ये बीमारी हो जाती है, इस रोग में रोगी सही ढंग से सोच समझ की शक्ति खो देता है, वे किसी को आसानी से समझ नहीं पाता है।
अगर किसी को ये बीमारी हो जाये तो उसकी जान के लिए भी खतरा बन सकती है, आज हम इस बीमारी बचने के कुछ घरेलू उपायों के बारे में बताएँगे ,जिसे अपनाकर इस बीमारी से बचा जा सकता है –
- पौष्टिक आहार – मानसिक रोगी के लिए पौष्टिक आहार लेना बहुत आवश्यक है ,उन्हें ताज़ी और हरी सब्जियों का सेवन करना चाहिए और ताज़े फलों का सेवन करना चाहिए इसका मतलब की उन्हें संतुलित आहार खाना चाहिए जिससे उन्हें विटामिन्स, कार्बोहिड्रेटस, प्रोटीन अदि पूरी मात्रा में मिलना चाहिए।
- योग और व्यायाम – मानसिक रोगी को हो सके तो नियमित रूप से योग और व्यायाम करना चाहिए इससे उनकी हालत में सुधार होता है।
- निम्बू और हल्दी – इसके लिए एक गिलास पानी में एक निम्बू निचोड़ लें और इसमें एक चमच हल्दी और शहद मिलाकर पिने से मानसिक रोग कम होता है।
- ध्यान लगाना – मैडिटेशन से भी मानसिक रोगी को पॉजिटिविटी का एहसास होता है जो उनकी सेहत के लिए ठीक होता है।
- ड्राई फ्रूट्स – मानसिक रोगी को जितना हो सके ड्राई फ्रूट्स जैसे बादाम, काजू आदि का सेवन करना चाहिए।
- प्यार और सहयोग – मानसिक रोगी को परिवार के प्यार और सहयोग की जरूरत होती है, इससे उसे अकेलापन महसूस नहीं होता।
- बागवानी और प्रकृति से जुड़ना – जितना हो सके बागवानी की और ध्यान देना चाहिए और प्रकृति से जुड़ सकते है इससे मानसिक रोग की समस्या को दूर किया जा सकता है।
- आंवले का मुरब्बा – आंवले के मुरब्बे का प्रतिदिन सेवन करने से मानसिक रोगी को आराम मिलता है। दूध और गुलकंद के सेवन से भी काफी राहत मिलती है।
- सेब का सेवन – प्रतिदिन सेब का सेवन करने से मानसिक रोगी को काफी आराम मिलता है। सेब का सेवन सुबह खाली पेट और छिलके के साथ खाने से काफी लाभ मिलता है।
- अच्छी नींद – मानसिक रोगी को अच्छी नींद लेनी बहुत जरूरी है।
तो कह सकते हैं कि अगर हम संतुलित आहार लें और नियमित रूप से व्यायाम करने से इस बीमारी को ठीक किया जा सकता है इसके अलावा मेडिटेशन से अपने आप में पाजिटिविटी ला सकते है।