मनुष्य को दया कभी नहीं छोड़नी चाहिए क्योंकि दया ही धर्म का मूल है और इसके विपरीत अहंकार समस्त पापों की जड़ होता है तुलसीदास Post category:तुलसीदास / सुविचार Post comments:0 Comments “मनुष्य को दया कभी नहीं छोड़नी चाहिए क्योंकि दया ही धर्म का मूल है और इसके विपरीत अहंकार समस्त पापों की जड़ होता है।“ Looking for Sarkari Govt. Job Click here You Might Also Like चाणक्य October 9, 2019 सूरदास January 12, 2022 चाणक्य December 31, 2021 Leave a Reply Cancel replyCommentEnter your name or username to comment Enter your email address to comment Enter your website URL (optional) Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.