सर्दी के दिनों में शरीर में कफ की वृद्धि हो जाने से अनेको बीमारियां लगने का खदशा बढ़ जाता है कफ का असर हमारी जठराग्नि पर सीधे पड़ता है , इसीलिए कफ को शांत रखना या यूँ कहें कि कफ का सम भाग में रहना हे उचित है मौसम बदलने के साथ ही हमारे शरीर में भी बदलाव आना शुरू हो जाता है जिस से की हमारा शरीर किसी न किसी रूप में परितक्रिया करता है मौसम बदलने पर हम देखते हैं की कुछ लोगों को सर्दी खांसी ज़ुखाम गले की खराश जैसी इन्फेक्शन हो जाती है ये सिर्फ कफ के बिगड़ने के कारण ही होता है|
कफ को संतुलित रखने के लिए कुछ घरेलू इलाज किये जा सकते हैं जैसे की :
गुड़:
सर्दियों में यह इक उत्तम औषधि है क्यों की जब भी कफ का जब भी संतुलन बिगड़ता है तो इस से हमारे शरीर में फॉस्फोरस नामक केमिकल की कमी आ जाती है| और गुड़ में फॉस्फोरस प्रचुर मात्रा में पाया जाता है| गुड़ इतना शक्तिशाली और उम्दा औषद्यि है जिस को हम इक दिन क नव जन्मे बच्चे को भी दे सकते हैं| गुड़ का रंग जितना गहरा भूरा लाल होगा उतना वो अच्छी क्वालिटी का होगा| इसीलिए ज्यादा से ज्यादा गुड़ का सेवन करने से फॉस्फोरस नामक केमिकल की कमी पूरी होती हैं जैसे ही इसकी कमी पूरी हो जाएगी कफ भी सतुंलित हो जायेगा और कफ से होने वाले रोगों से बचे रहेंगे|
अदरक:
अदरक का इस्तेमाल भी खांसी क लिए बहुत अच्छा हैं अदरक का रस निकालें इस में बराबर मात्रा में शहद मिला क्र हल्का गर्म क्र के सेवन करने से खांसी के साथ साथ गले की इन्फेक्शन भी खत्म होती है|
हल्दी:
दूध में हल्दी का एक चौथाई चम्मच मिला क्र उबालें और रात में पी क्र सो जाएं| दूध की जगह पानी में भी हल्दी को उबाल क्र लिया जा सकता है| इसके इलावा यही औषधि टॉन्सिल्स में भी प्रयोग की जा सकती है 3-4 दिन तक लगातार लेने से ही आराम मिलना शुरू हो जायेगा| गले की हर तरह की इन्फेक्शन के लिए बहुत जबरदस्त औषधि है इसके लिए इक गिलास दूध में इक चौथाई हल्दी और इक चम्मच देसी घी मिला क्र गर्म गर्म पीने से गले की खराश आवाज़ का भारीपन और DRY खांसी में यह बेहतरीन दवा का काम करती है|
तुलसी पत्ता:
तुलसी के पत्तों या तुलसी का रस निकालें इस में अदरक का रस और शुद्ध शहद बराबर मात्रा में मिलाएं हल्का
गर्म क्र के एक चम्मच सेवन करें| ज्यादा से ज्यादा दिन में 3 बार तक लेना सही रहता है|
– 1 चम्मच तुलसी के पत्तों का रस या 3 पत्ते तुलसी के लें इस में 1/2 चम्मच अदरक का रस 1 चम्मच शहद| चम्मच गिलोय रस मिला क्र चाटें| इस के 1 घंटे तक कुछ न खाएं|
दालचीनी:
दालचीनी का पाउडर आधे चम्मच से भी कम मात्रा और इक चम्मच शहद को अछि तरह मिलाकर पेस्ट बनाएं और हल्का गर्म क्र के चाटें 3-4 दिन दिन तक दिन में 2-3 बार प्रयोग करने से बलगम वाली खांसी में राहत मिलेगी|
काली मिर्च:
5-6 काली मिर्च को दरदरा कूटें ले फिर तवे पर COW का घी 1/2 चम्मच डालें आधा मं गर्म क्र के काली मिर्च के कूटे हुए दाने डालें और इसको 1 से 2 मिंट तक गर्म करें इन् दानो को घी से अलग करें और इन् दानों को खाना खाने से 1 घंटा पहले मुँह में डाल क्र चूसें | या इस को रात के वक़्त खाना खाने के बाद बेडटाइम लें यह उपचार DRY खांसी वालों के लिए है अगर बलगम वाली खांसी है तो सीधे ही बिना घी में तले काली मिर्च के दानो को चूसें |