आजकल की भागदौड़ की जिंदगी में लोग अपनी सेहत के प्रति लापरवाह हो गए है। दमा फेफड़ों की ऐसी बीमारी होती है जिसके कारण व्यक्ति को सांस लेने में कठिनाई होती है। यह फेफड़ों में वायु मार्ग से जुड़ी एक बीमारी है। दमा होने पर श्वास नलियों में सूजन हो जाती है।
इन वायुमार्गों यानी ब्रॉनकायल टयूब्सके माध्यम से हवा फेफड़ों के अंदर और बाहर जाती है। सांस लिए बिना व्यक्ति दो मिनट तक भी नहीं रह सकता, लेकिन फिर भी लोग इसे बेहद सामान्य मानते हैं। आप भले ही सांसों का मोल न समझते हों लेकिन इसकी वास्तविक कीमत एक अस्थमा पीड़ित व्यक्ति ही समझ सकता है।
श्वसन संबंधी यह समस्या कभी−कभी जानलेवा भी साबित होती है। अस्थमा से बचने के कुछ घरेलू उपाए इस प्रकार है –
- शहद – श्वास संबंधी समस्याओं को दूर करने में Honey बढ़िया तरीका है। इसके लिए एक गिलास गर्म पानी लेकर उसमें एक चम्मच शहद मिलाकर उसका धीरे−धीरे सेवन करें। इसके अतिरिक्त रात में सोने से पहले भी एक चम्मच शहद में थोड़ा सा दालचीनी पाउडर मिलाकर उसे चाट लें। आप शहद व पानी का सेवन दिन में तीन बार कर सकते हैं। शहद गले से कफ हटाने के मदद करता है।
- हल्दी – 1 गिलास पानी में एक चौथाई चम्मच हल्दी मिलाकर पिएं। तकरीबन 15 दिनों तक इस उपचार को दिन में तीन बार करें। हल्दी एक बेहतरीन एंटीमाइक्रोबॉयल एजेंट है। दूध में हल्दी डालकर पिएं। इसके अलावा आप दूध में लहसुन पकाकर भी पी सकते हैं।
- कॉफ़ी – कॉफी भी अस्थमा से राहत दिलाने का एक आसान लेकिन कारगर उपाय है। इसके लिए आप एक कप गर्मागर्म कॉफी का सेवन करें। इससे आपको तुरंत अस्थमा से राहत मिलती है। दरअसल, यह तुरंत वायुमार्ग को खोलता है, जिससे आपको सांस लेने में आसानी होती है।
- अदरक – अदरक के सेवन से अस्थमा से राहत मिलती है , इसके लिए अदरक को कद्दूकस करके उसे एक कप गर्म पानी में डाल दें। अब इसे पांच मिनट के लिए यूं ही छोड़ दें। अब पानी को छान लें और इसमें शहद मिक्स करके गर्म ही पीएं।अदरक की चाय में लहसुन की दो पिसी कलियाँ मिलाकर पिएं। यह अस्थमा का सफल इलाज करता है।अदरक का एक चम्मच ताजा रस, एक कप मेथी का काढ़ा और स्वादानुसार शहद इस मिश्रण में मिलाएं।
- लैवेंडर तेल – पांच−छह बूंदे लैवेंडर ऑयल की एक बाउल गर्म पानी में डालें और उससे करीबन पांच से दस मिनट तक स्टीम लें। आप इस उपाय को प्रतिदिन करें। इस प्रकार लैवेंडर ऑयल की मदद से अस्थमा अटैक को काफी हद तक नियंत्रित किया जा सकता है।
- स्टीम लेना – गर्म पानी से भाप लेने पर नेजल पैसेज में किसी भी प्रकार की ब्लॉकेज को दूर किया जा सकता है। इससे सांस लेने में आसानी हो जाती है। स्टीम लेने से बॉडी में गर्मी और नमी पहुंचती है इससे फेफड़ों में जमी बलग़म को खत्म किया जा सकता है। चाहें तो स्टीम लेते समय गर्म पानी में यूकिलिप्टस या फिर पोदीने का तेल डालें।
- हरी सब्जियों का सेवन – हमें हरी सब्जियों और पत्तेदार सब्जियों का सेवन भरपूर मात्रा में करना चाहिए। पालक और गाजर के रस के सेवन से अस्थमा से छुटकारा पाया जा सकता है।
- लहसुन – हमें अपने आहार में लहसुन को शामिल करना चाहिए। इससे हमें अस्थमा से राहत मिलती है। 30 मि.ली. दूध में लहसुन की पाँच कलियाँ उबालें और इस मिश्रण का हर रोज सेवन करने से अस्थमा का जड़ से इलाज (Asthma ka Ilaj) होता है।
- काली मिर्च – इसके इस्तेमाल से अस्थमा से राहत मिलती है। गेहूँ, पुराना चावल, मूंग, कुल्थी, जौ, पटोल का सेवन करें।इन्हे अपने आहार में शामिल करना चाहिए।
- गुनगुना पानी – हमें हमेशा गुनगुना पानी पीना चाहिए, इससे अस्थमा के इलाज में मदद मिलती है।
- जीवनशैली – हमें अपनी जीवनशैली पर ध्यान देना चाहिए, हमें नियमित रूप से सुबह जल्दी उठकर व्यायाम करना चाहिए और हमेशा फ्रेश खाना और फ्रेश फलों का सेवन करना चाहिए। बड़ी इलाइची ,अंजीर ,अंगूर को समान मात्रा में पीसकर शहद के साथ खाएँ। यह अस्थमा की खाँसी में बहुत लाभदायक है। यह अस्थमा का जड़ से इलाज (Asthma ka Ilaj) करता है।
- तुलसी – सोंठ, सेंधा नमक, जीरा, भुनी हुई हींग और तुलसी के पत्ते को पीसकर एक गिलास पानी में उबाल लें। इसे पीने से अस्थमा की समस्या दूर हो जाएगी।
- आमला पाउडर – आंवला में रसायन का गुण होता है जो की हमारी इम्युनिटी को बढ़ाकर अस्थमा को नियंत्रित करने में मदद करता है। इसलिए आपको नियमित रूप से आंवला या आंवला पाउडर का सेवन करना चाहिए। आप चाहें तो आंवला कैंडी का भी सेवन कर सकते हैं।
- तेजपत्ता – तेजपत्ता और पीपल के पत्ते की 2 ग्राम मात्रा को पीसकर मुरब्बे की चाशनी के साथ खाएं। प्रतिदिन इसे खाने से अस्थमा में लाभ होता है।
- विटामिन सी का सेवन – विटामिन-सी अस्थमा में बहुत लाभदायक है। विटामिन-सी युक्त फलों और सब्जियों का सेवन करें। नींबू, संतरे, जामुन, स्ट्रॉबेरी एवं पपीता विटामिन-सी के अच्छे स्रोत हैं। इसका सेवन करें। सब्जियों में फूलगोभी एवं पत्तागोभी का सेवन करें। इससे अस्थमा का जड़ से इलाज (Asthma ka Ilaj) होता है।
- प्याज का सेवन – अस्थमा में कच्चे प्याज का सेवन लाभदायक होता है। प्याज में मौजूद सल्फर फेफड़ों की जलन और अन्य समस्याओं को कम करने में सक्षम होता है। प्याज अस्थमा का सफल उपचार (Asthma ka Ilaj) करता है।
- करेला – अस्थमा का जड़ से इलाज करने के लिए आप करेले का प्रयोग कर सकते हैं। करेला का एक चम्मच पेस्ट शहद और तुलसी के पत्ते के रस के साथ मिला कर खाने से अस्थमा में फायदा होता है।
- सरसों के तेल से मालिश – अस्थमा होने पर छाती और रीढ़ की हड्डी पर सरसों के तेल में कपूर मिलाकर मालिश करनी चाहिए। मालिश करने के कुछ देर बाद स्टीम बाथ भी करनी चाहिए।
- मेथी – मेथी हर घर में होती है। मेथी के इस्तेमाल से अस्थमा का सफल इलाज बहुत अच्छे से। अस्थमा का घरेलू उपचार (Home remedies for Asthma) करने के लिए आप मेथी का प्रयोग कर सकते हैं। मेथी के कुछ दानों को एक गिलास पानी के साथ तब तक उबालें जब तक पानी एक तिहाई न हो जाए। इस पानी में शहद और अदरक का रस मिलाकर रोज सुबह-शाम सेवन करें। यह अस्थमा का सफल उपचार का तरीका है।
- अजवाइन – अस्थमा से अनेक लोग पीड़ित रहते हैं। अगर आप भी अस्थमा से पीड़ित हैं तो आपके लिए बहुत ही आसान उपाय है। अस्थमा का जड़ से इलाज करने के लिए आप अजवाइन डालकर इसे उबालें और इस पानी से उठती भाप लें। यह अस्थमा का जड़े से इलाज (Asthma ka Ilaj) करता है।
- अंजीर का सेवन – अंजीर के सूखे फल बहुत गुणकारी होते हैं। सुबह खाली पेट इसे खा लें। ऐसा करने से श्वास नली में जमा बलगम ढीला होकर बाहर निकलता है और इससे संक्रमण से भी राहत मिलती है।
तो हम कह सकते हैं की इन घरेलू उपायों को अपनाकर हम अस्थमा से छुटकारा पा सकते हैं। हमें सुबह जल्दी उठकर गुनगुना पानी पीना चाहिए ,व्यायाम और योग करने चाहिए और ताज़े फलों और सब्जियों का सेवन करना चाहिए। दूध में हल्दी मिलाकर पीना चाहिए। और अपने आहार में लहसुन ,अदरक ,काली मिर्च ,तेजपत्ता आदि को शामिल करना चाहिए।